देसी हवसखोर भाभी ने देवर का लंड चूसा..




मैं अमित, एक सरकारी दफ्तर में कार्यरत हूँ, दिखने में सुंदर और किसी को भी अपनी बातों से मोहित कर लेने की कला रखता हूँ, चुदाई का मुझे बहुत अनुभव है, मेरे लंड का साइज़ 7 इंच है.
मैं फिर हाजिर हूँ अपनी कहानी लेकर!
पिछली होली की बात है.
मेरे कजन भाई धीरज इंदौर में रहते हैं, उनकी अभी अभी शादी हुई है, होली से पहले उनका मेरे पास फोन आया और उन्होंने मुझे इस होली पर अपने घर इंदौर बुलाया.
मेरे भाई सामान्य कद काठी के हैं. मेरी भाभी का नाम भावना है, वो दिखने में बिपासा बसु की तरह सेक्सी माल है, थोड़ी सी साँवली पर एकदम मस्त चुची और शानदार शरीर की मालिक है.xxx kahani,hindi sex story,antarvasna,Kamukta,kamukta. com,hindi sex stories
मैंने भाभी को उनकी शादी में ही देखा था और देखता ही रह गया था. अब जब भाभी और भाई ने मुझे होली के लिए आमंत्रित किया तो मैं मना नहीं कर पाया और मैंने होली पर जाने का मन बना लिया.
होली के एक दिन पहले मैं इंदौर पहुँचा, भाई मुझे लेने आये, जब उनके घर पहुँचा, उनका 2 बेडरूम वाला फ्लैट था.
पहुँचते ही भाई ने भाभी को आवाज लगा कर बुलाया- बाबू, देख कौन आया है!
भाभी किचन से बाहर आई, इस समय भाभी ने काली साड़ी पहन रखी थी और सेक्स की देवी लग रही थी. मैं तो उन्हें एकटक देखता ही रह गया.
इतने में भाई बोले- अमित तू नहा धोकर फ्रेश हो जा, फिर हम शाम को पीने खाने का प्रोग्राम जमाते हैं.
मैं बोला- ओके भाई!
दोस्तो, आपको बता दूँ कि मैं और भाई जब भी मिलते हैं, खूब दारू पीते हैं.
जैसे ही मैं बाथरूम में फ्रेश होने गया, भाभी भाई से बोली- धीरज ज्यादा मत पीना, तुम्हें याद है ना कि तुमने वादा किया था कि हम होली के टाइम जम कर वाइल्ड सेक्स करेंगे.
मैं दरवाजे पर कान लगा कर सुन रहा था तो ये सब बातें मैंने सुन ली.
इतने में भाई बोले- जान, मुझे सब याद है, आज रात को दारू पी कर तेरी भोसड़ी बजाऊँगा.
भाई ने भाभी को पकड़ लिया और उनके होंठ चूमते हुए उनकी चुची मसलने लगे, मैं बाथरूम की जाली में से सब देख रहा था.
ये सब देख कर मुझे लगा कि मेरी होली बहुत मस्त निकलने वाली है. मैंने सोचा भाभी को चोद सकूँ या नहीं… पर कुछ मस्ती तो जरूर मिलेगी.
उसके बाद भाई शाम के लिए दारू लेने चले गये और मैं भाई की धोती बांध कर और टीशर्ट पहन कर टीवी देखने लगा और साथ ही भाभी से उनकी शादी के बारे में बात करने लगा- भाभी, आप शादी में बहुत सुंदर लग रही थी!
इस पर भाभी बोली- क्यों, मैं अभी सुंदर नहीं लग रही क्या?
इस पर मैं बोला- नहीं भाभी, आप अभी भी मस्त लग रही हैं.
कुछ देर की बातचीत के बाद भाई भी आ गये और लगभग रात 8 बजे हम पीने बैठ गये. मैं बहुत दिनों बाद पी रहा था तो मुझे थोड़ी ही देर में सुरूर आने लगा.
मैं भाई से बोला- भाई, आपकी शादीशुदा लाइफ कैसी चल रही है?
भाई बोला- अमित, क्या बताऊँ, मैं फुल मजे कर रहा हूँ. तेरी भाभी बहुत गर्म है, रोज रात को मैं तेरी भाभी को पटक पटक कर चोदता हूँ पर वो इतनी गर्म है कि कभी मना नहीं करती! बहुत मस्त लाइफ है मेरी… इसमें सेक्स ही सेक्स भरा है.
भाभी इस समय हाल में थी और टीवी देख रही थी.
भाई और मेरी यही बातें चलती रही और थोड़ी देर बाद जब हम फुल टल्ली हो गये.
तो खाना खाने लगे.
खाना खा कर मुझे पता था कि आज भाई और भाभी मस्त सेक्स करने वाले है इसलिए मैं वहीं नशे का नाटक करके सो गया.
भाई के यहाँ नीचे ही डबल बेड के दो गद्दे लगे थे जिसमें से एक पर मैं सो गया.
कुछ 2 घंटे बाद भाभी बोली- अमित को आगे हाल में भेज दो, फिर हम अपना प्रोग्राम चालू करें.
इस पर भाई बोला- अमित को बहुत चढ़ गई है, अब इसे उठाना ठीक नहीं है.
इसके बाद भाई ने भाभी को बाहों में भर लिया और पहली बार मिली हो ऐसे दबाने, मसलने लगे.
भाभी के मुँह से बार बार दर्द और उतेजना के मारे उईईई ईईई माँ उम्म्ह… अहह… हय… याह… धीरे उईईईई ईईई! निकल रहा था.
मैंने एक चादर अपने ऊपर डाल रखी थी और चोर नजर से सब देख रहा था. मेरी हालत बहुत खराब थी और मेरा लंड ये सब सुन कर खड़ा हो गया था.
भाई ने भाभी का गाउन उतार दिया और भाभी अब काली जालीदार ब्रा और पेंटी में थी.
भाभी ने भाई को बोला- धीरू, ऐसे नहीं… आज तुम बिना कुछ देखे मुझे चाटो और चोदो.
यह बोल कर भाभी ने भाई की आँखों पर एक पट्टी बांध दी और भाई भाभी को अंदाजे से मसलने लगे, पहले कुछ देर होंठ चूसे, फिर चुची मसली, फिर ब्रा पेंटी उतार कर फेंक दी और भाभी को धड़ाम से नीचे गिरा कर उनकी चुची से लेकर नीचे तक चाटने लगे.
दोस्तो, मैं आपको बता दूँ कि इस वक्त मेरे पैर की तरफ भाभी का मुँह और था और मेरे मुँह की तरफ भाभी के पैर थे और मुझसे कण्ट्रोल नहीं हो रहा था तो मैं अपना लंड चादर के अंदर ही मसल रहा था.
अब भाई भाभी की चुत पर मुँह लगा कर कुत्ते की तरह चाट रहे थे और भाभी धी…रू… ऊऊऊ ऊओईई ईईईई ईईईई इम्मम्म म्मम माँ आह कर रही थी.
इतने में अचानक भाभी का एक हाथ मेरे लंड पर आया और हल्का सा लंड पकड़ा और छोड़ दिया, फिर थोड़ी सी ऊपर होकर उन्होंने भाई को देखा और मुझे भी देखा और ‘उईईई ईईई ऊऊऊ धीरू… मजा आ रहा है’ करते हुए भाई की आँखों पर पट्टी बंधी देख कर उनसे पूछा- आपको कुछ दिखाई तो नहीं दे रहा है?
इस पर भाई ने चुत चाटना छोड़ा और बोले- नहीं मुझे कुछ दिखाई नहीं दे रहा है.
भाई फिर से भाभी की गांड के नीचे हाथ डाल कर फिर से उनकी चुत को चूसने लगे, भाई के मुँह से मूऊ पुच पुच आह पुच की आवाज निकल रही थी.
अब भाभी ने एक बार फिर मेरा लंड पकड़ लिया और उसे चादर और लुंगी के ऊपर से ही हिलाने लगी और देखने लगी कि कितना बड़ा है.
इससे मैं घबरा गया और मैंने अपने हाथ सीधे कर लिए.
अब भाभी ने कुछ ही देर में लुंगी और चादर अलग करके मेरी चड्डी नीचे कर लंड को हाथ में पकड़ लिया और ऊपर से नीचे मसलने लगी.
साथ ही वो मुँह से ‘ऊऊऊओ उईईई ईईई आह धीरू… मजा आ रहा है…’ करती जा रही थी.
भाई भी भाभी की गांड में एक उंगली घुसेड़ कर चूसे ही जा रहे थे.
अब भाभी ने थोड़ा सा मेरी और होकर मेरे लंड की एक बार चुम्मी ली और फिर दूर हो गई.
मैं समझ चुका था कि भाभी क्या चाहती हैं, इसलिए मैं थोड़ा सा उनकी रर खिसक गया.
अब उन्होंने लंड मुँह में ले लिया और सुपुड़ सुपुड़ करके चूसने लगी पर वो मुँह से ज्यादा आवाज नहीं निकाल रही थी, साथ ही बीच बीच में ‘उईईई ईईई मूऊऊऊ आआआह धीरू मजा आ रहा है…’ करती जा रही थी.
मैं उत्तेजना के कारण सातवें आसमान पर था और भाभी लंड चूस रही है, यह सोच कर ही मस्त हो गया था.
थोड़ी ही देर में मेरा पानी निकलने लगा, इस पर भाभी ने भी लंड पूरा मुँह में ले लिया और सब पानी पी गई.
अब मैं सीधा सो गया और फिर से चादर अपने ऊपर ले ली.
अब भाई भी भाभी के ऊपर आ गये और भाभी को गाली देते हुए ‘मादरचोद हरामजादी ले मेरा लंड…’ और लंड एक ही पल में भाभी की चुत में पेल दिया.
भाभी ‘ऊऊऊ ऊऊऊ ओह ऊऊओ मर गई… कमीने धीरू… धीरे आआअ माँ उईई ईईई…’ करने लगी.
कुछ देर उनकी चुदाई देख कर पता नहीं कब मुझे नींद आ गई और फिर सुबह ही नींद खुली. रात में एक दो बार मुझे लगा कि किसी ने मेरा लंड पकड़ के मसला पर मुझे ज्यादा कुछ ध्यान नहीं.
दोस्तो, भाई के घर की यह मेरी पहली रात थी और मेरी देसी भाभी कितनी बड़ी चुदक्कड़ है, इस बात का अंदाजा मुझे हो गया है.

क्लासमेट के घर जाकर उसकी चूत की बैंड बजाई.

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सबने मिलकर रंडी की तरह चोदा.

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खेलने गए थे खेल और मिल गई लड़की तो उसको दिए पेल.

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धुप में की चुदाई और गांड जलाई..



हाय फ्रेंड्स, मेरा नाम ललित है, और मैं गाजियाबाद का रहने वाला हूँ | मेरी उम्र 24 साल की है और मैं पेशे से एक कंप्यूटर ऑपरेटर हूँ | मैं गोरा हूँ, और मेरी हाईट 5 फुट 8 इंच है | और मेरी बॉडी एक दम फिट है, और मैं काफी हेंडसम हूँ ऐसा सभी को पता हैं | आज जो मैं आपको कहानी बताने जा रहा हूँ, इसमें मैंने एक लड़की की चुदाई की थी जो दिखने में ठीक ठाक थी पर उसका बदन बहुत ही प्यारा था | पर जब मैंने उसकी चुदाई की तो मेरी गांड जल गई थी बताता हूँ कैसे हुआ ये मेरे साथ |

ये बात आज से करीब 5 साल पहले की है, जब मैं 19 साल का था | मैं उस समय कॉलेज में था और मेरा सेकंड इयर में था | मेरी क्लास में एक लड़की थी जिसका नाम शालू था और वो दिखने में ठीक ठाक ही थी और उसकी हाईट भी ज्यादा नहीं थी पर उसके दूध बड़े थे और उसकी गांड उठी हुई थी | वो मुझे लाइन देती थी पर मैं उसकी तरफ ध्यान नहीं देता था क्यूंकि मैं विद्या को पटा रहा था |

वो मुझे बहुत पसंद थी और वो दिखने में बहुत सुन्दर थी पर उसके नखरे बहुत थे | मैं उसे लाइन देता था पर वो मुझे अवोइड करती थी | शालू मेरे पीछे लगी थी और मैं उसे अनदेखा करता था | मैं विद्या के पीछे लगा था और वो मुझे अनदेखा करती थी | मेरी कहानी ऐसी ही चल रही थी |

जब एक दिन फ्रेशेर पार्टी पार्टी थी, और हमारे जो सीनियर थे उन्होंने हमे सेकंड इयर में फ्रेशेर पार्टी पार्टी दी थी | मैंने सोचा था कि मैं विद्या को उसी दिन प्रोपोस करूँगा मैं डर भी रहा था | फिर वो दिन आ ही गया जब फ्रेशेर पार्टी पार्टी होनी थी | हमारा ड्रेस कोड था वाइट शर्ट, ब्लैक पेंट, और ब्लैक ब्लेज़र और लड़कियों को साडी पहननी थी |

उस दिन विद्या बहुत सुन्दर लग रही थी, साडी उसपे बहुत जंचती थी ये तब मैंने देखा था |

उसका फिगर शानदार दिख रहा था | मैं भी उस समय कम हेंडसम नहीं लग रहा था कई सारी लड़कियां मुझ पर लट्टू हो गई थी | पर मैं क्या करता मुझे तो विद्या पसंद थी, मैं उसे ही देख रहा था फिर एंट्री हुई शालू की और शालू भी काफी सुन्दर लग रही थी मन तो कर रहा था की उसे पटक के चोद दू और विद्या की जगह उसे प्रोपोस कर दूं | जब पार्टी ओवर हो गई थी तब मैंने विद्या को रोका और उससे कहा

विद्या .. विद्या (मैंने आवाज़ लगाया )

विद्या ने जवाब दी हाँ ललित कहो क्या हुआ ?

मैंने कहा तुमसे बात करनी है

फिर उसने कहा हाँ बोलो न क्या बात बोलनी है ?

विद्या एक्चुअली आज तुम बहुत सुन्दर लग रही हो |

उसने कहा ओह रियली थैंक यू सो मच ललित |

फिर मैंने कहा कि विद्या मैं तुम से बहुत प्यार करता हूँ ई लव यू | और उसे एक रेड रोज दिया |

वो गुस्सा हो गई और उसने मुझे एक थप्पड़ मार के कहा ललित मैं तुम्हे इतना अच्छा समझती थी और तुम मेरे प्रति ऐसा सोचते हो |

फिर मैंने कहा विद्या मैं तुम्हारे बारे में कुछ भी गलत नहीं सोचता मैं तुमसे सच्चा प्यार करता हूँ विद्या | तुम चाहो तो देख लेना पर मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूँ, मैं तुम्हारे बिना नहीं रह सकता प्लीज मेरा प्रपोजल एक्सेप्ट कर लो |

तब उसने कहा देखो ललित तमाशा बनने की कोई जरुरत नही है, और रही बात प्रपोजल एक्सेप्ट करने कि तो वो मैं नहीं कर सकती क्यूंकि आई हेव अ बॉयफ्रेंड एंड आई लव हिम सो मच !

मेरा सपना एक दम टूट गया था उसे पाने का मैं बहुत उदास सा हो गया था और सोचने लगा था कि क्या करूँ | फिर मैं वहाँ से अपनी बाइक ले कर एक बार में गया वहाँ मैंने 3 बियर की बोतल पी गया था |

मुझे नशा हो गया था काफी फिर मैं जैसे तैसे गाड़ी चलाते हुए घर पंहुचा तो घर वाले समझ गए थे कि मैं पी कर आया हूँ | पर मेरे घर वालों ने मुझे कुछ नही बोले और ना ही मैं उन्हें कुछ बताता भी उनके पूछने पर |

फिर मैं अपने रूम पर गया और लेट के सोचने लगा कि मैं आत्महत्या कर लूं, या हाँथ की नस काट लूं ऐसे ऐसे मेरे मन में ख्याल आने लगे थे और यही सोचते सोचते मेरी नींद लग गई और मैं सो गया था |

 सुबह मेरी जब नींद खुली तो मेरा सर बहुत दर्द दे रहा था | और फिर घर वालों ने मुझे बहुत डांटा कि तू आज कल पीने लगा है इसलिए हम लोगो ने तुझे पढाया लिखाया कि तू ये सब करेगा |

 ये सब ताने सुनने के बाद मैं फ्रेश हुआ और बिना कुछ खाए पिए मैं गाड़ी उठा कर कॉलेज चला गया | जैसे मैं कॉलेज पंहुचा तो देखा कि विद्या अपने बॉयफ्रेंड के साथ बाते कर रही थी ये देख के मुझे बहुत जलन हुई पर मैंने कुछ नहीं कहा और स्टैंड में जा कर अपनी बाइक खड़ी कर दी |

 फिर वो क्लास की तरफ आ ही रहा था तो मुझे शालू मिली उसने मुझे हाय किया फिर मैंने उसे हाय कहा..तो फिर शालू ने मुझसे कहा की ललित मैं तुमसे प्यार करती हूँ | मैं जनता था की ये मुझे लाइन मारती थी लेकिन मैंने उसे मना नहीं किया और उसका प्रपोजल एक्सेप्ट कर लिया और आई लव यू टू केह दिया |

अब हम दोनों साथ में रहने लगे और और फ़ोन में रात रात भर बाते करने लगे | ये बाते विद्या को भी पता चल गयी थी पर उस बात से मुझे फर्क नहीं पड़ता था | हम लोगो ने साथ में घूमना, मूवी देखना, और कैफ़े में जाना सब कर रहे थे | फिर गर्मी का सीजन चालू हो गया ओर हम और लोगो ने प्लान बनाया कि कहीं पानी वाली जगह चलते हैं घूमने | फिर हम लोग मेरी बाइक पर निकल गए थे जहाँ पर हम गए थे वहाँ कोई नहीं आता जाता था और वो जगह खाली ही रहती थी

 वहाँ पर कई सारी बड़ी बड़ी चट्टानें थी | फिर मैं और शालू एक दुसरे का हाँथ पकड़ कर चलने लगे फिर हम दोनों एक चट्टान पर बैठ गए थे और बाते करने लगे उतने में शालू ने मेरे गाल पर एक किस किया मुझे अच्छा लगा था उसका ऐसा करना |

 फिर मैंने उसके होंठ में किस किया और फिर उसका चेहरा पकड के लगातार उसके होंठ चूसने लगा और वो भी मेरे होंठ को चूस रही थी | हम दोनों एक दूसरे को किस कर रहे थे और एक दूसरे के शरीर को सहलाते जा रहे थे | फिर मैंने उसका टॉप उतारा और ब्रा के ऊपर से उसके दूध को पीने लगा और वो मेरे सिर को सहला रही थी और उऊंन्ह्ह उऊंन्ह्ह उऊंन्ह्ह ऊम्म्ह्ह ऊनंह ऊउम्म्ह्ह ऊन्ह्ह आआअहाआहाआ अहहाआआहाअ कर रही थी |

 फिर मैंने उसके ब्रा को भी उतार दिया था और दोनों मम्मों को हाँथ में ले कर साथ में चूस रहा था और वो लगातार उऊंन्ह्ह उऊंन्ह्ह उऊंन्ह्ह ऊम्म्ह्ह ऊनंह ऊउम्म्ह्ह ऊन्ह्ह आआअहाआहाआ अहहाआआहाअ कर रही थी |

 फिर मैंने उसकी जीन्स उतारी और फिर पेन्टी भी | उसकी चूत चिकनी थी तो मैंने पूछा कि तुमने शेव की है क्या अपनी झांटे तो उसने कहा कि हाँ कल ही अपनी चूत की सफाई की थी मैंने |

 फिर मैं उसकी टाँगे चौड़ी करके उसकी चूत में ऊँगली डालने लगा और चूत को चाटने लगा और वो अहहहहः आहाह्हहहहहहाहा अहहहह्हहाहाआ अहहाआ अहहह्हहा अहहहहहः अहहहाहहाहा अहाह्हहाहा अहहहह्हा अहह्हाह्हा आह्हहः उऊंन्ह्ह उऊंन्ह्ह उऊंन्ह्ह ऊम्म्ह्ह ऊनंह ऊउम्म्ह्ह ऊन्ह्ह आआअहाआहाआ अहहाआआहाअ करने लगी थी | 10 मिनट तक मैंने उसकी चूत चाटी फिर उसने मेरी जीन्स उतारी और फिर मेरी टी-शर्ट उतारी फिर वो मेरा लंड हाँथ में ले कर चूसने लगी | शालू बहुत अच्छे से मेरे लंड को चाट रही और चूस रही थी 15 मिनट तक उसने मेरे लंड को बहुत अच्छे से चूसा और चाटा था |

 फिर मैं चट्टान में लेट गया चट्टान बहुत गरम थी पर मैं जोश में था उस पर मैंने इतना ध्यान नहीं दिया था और फिर वो मेरे लंड को अपनी चूत में डाल कर उचकने लगी और मैं उसे नीचे से धक्के लगा कर चोद रहा था और वो वो अहहहहः आहाह्हहहहहहाहा अहहहह्हहाहाआ अहहाआ अहहह्हहा अहहहहहः अहहहाहहाहा अहाह्हहाहा अहहहह्हा अहह्हाह्हा आह्हहः उऊंन्ह्ह उऊंन्ह्ह उऊंन्ह्ह ऊम्म्ह्ह ऊनंह ऊउम्म्ह्ह ऊन्ह्ह आआअहाआहाआ अहहाआआहाअ कर रही थी | 20 मिनट की चुदाई के बाद मैंने अपना माल बाहर ही निकाल दिया था |

 जब मैं उसे छोड़ कर अपने घर गया और तुरंत ही पेंट उतार कर देखा तो मेरी गांड लाल हो गई थी और बहुत जलन दे रही थी | मेरी गांड को ठीक होने में 3 दिन लग गए थे |

तो दोस्तों ये थी मेरी कहानी, मुझे उम्मीद है कि आप लोगों को मेरी कहानी पसंद आई होगी, और मैं आगे से आप लोगों के लिए ऐसी ही मजेदार कहानियां लाता रहूँगा |